
पनामा लिक्स, अभी भी कुछ लोगों के बीच इस जानकारी का अभाव है| क्योंकि कुछ लोग पनामा लिक्स जानते ही नही है। पनामा लिक्स उत्तर अमेरिका तथा दक्षिण अमेरिका दो महादीपों मध्य अमेरिका का दक्षिणतम राष्ट्र पनामा है। पनामा लिक्स की एक लॉ फर्म “मोसेक फोंसेका” से लीक ढेरों दस्तावेजों को पनामा लिक्स की संज्ञा दी गई है ।
क्या है पनामा लिक्स
अमेरिका में बने एक एनजीओ खोजी पत्रकारों के संघ ICIJ ने यह बड़ी बात स्पष्ट की। इस बात में उसने बताया कि कई देश टैक्स हैवन बने हुए हैं, अलग-अलग कई देशों के चर्चित हस्तियां यहां पैसा निवेश करके अपना टैक्स बचा रही है। यह खुलासा होने के बाद ढ़ेरों बॉलीवुड के स्टार सहित खेल जगत से जुड़ी हस्तियों के नाम भी भी शामिल है| इसके अलावा दुनिया भर में करीब 140 राजनेताओं और अरबपतियों की छिपाई गई संपत्ति का भी खुलासा हुआ। इस रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि टैक्स सेविंग फर्म्स जो भी सुविधाएं देती है| वह पूरी तरह कानूनी है, लेकिन इन सुविधा से जुड़े यह दस्तावेज यह भी दिखाते हैं कि बैंकों, लॉ फर्म्स आदि जैसी अन्य एजेंसियों ने कानून का उल्लंघन कर उनकी कानूनी प्रतिक्रिया का पालन नहीं किया। ऐसे कई मामले में पाया गया है कि इस पूरी प्रक्रिया के बीच काम करने वाले मध्यस्थों ने अपने क्लाइंट के गैरकानूनी लेन देन को छिपाया और या तो ऑफिशियल रिकॉर्ड को छोड़कर इस लेन देन को सामने ही नहीं आने दिया। इस तरह की पूरी प्रक्रिया पनामा लिक्स के अंतर्गत आती है।
पनामा लिक्स में यह हस्तियां शामिल
पनामा लीक्स में कई देशों की बड़ी हस्तियां शामिल है इस बड़े खुलासे से सियासी हलचल भी पैदा हो गई थी। इन चर्चित हस्तियों में 12 अपने देश के राष्ट्र अध्यक्ष थे। इसके अलावा आइसलैंड के प्रधानमंत्री और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सहित यूक्रेन के राष्ट्रपति, डेविड कैमरन के पिता, सऊदी अरब के शाह का नाम पहले था। इस लिस्ट में जैकी चैन और फुटबॉलर लियोनेल मेसी भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। लेकिन इन हस्तियों ने किसी भी तरह का गैरकानूनी काम नहीं किया क्योंकि इस बारे में पनामा लिक्स में कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया।
ICIJ ऐसे किया पनामा लिक्स का खुलासा
ICIJ की स्थापना 1997 में हुई। इस समूह से देशभर के 190 खोजी पत्रकार जुड़े हुए हैं। 70 देशों के अलग अलग 370 रिपोर्टर्स ने इसकी जांच शुरु की जिसमें लगभग 8 महीने का समय लगा। इसमें वह अनुभवी लोग काम करते हैं जो सरकारी दस्तावेज को पढ़ने में सक्षम हो और इस तथ्यों की जांच करने वाले लोगों में वकील भी शामिल है। पनामा लिक्स की इस रिपोर्ट का डाटा 2013 में ही सामने आ गया था। और इस रिपोर्ट (पनामा लिक्स) में पनामा की कंपनी मोसेक फोंसेका का नाम सबसे पहले आया था|
पनामा लीक्स विस्तार
पनामा लिक्स उत्तर अमेरिका तथा दक्षिण अमेरिका दो महादीपों मध्य अमेरिका का दक्षिणतम राष्ट्र पनामा है। पनामा की एक लॉ फर्म “मोसेक फोंसेका” से लीक ढेरों दस्तावेजों को पनामा लिक्स की संज्ञा दी गई है । पनामा पेपर में लीक हुए दस्तावेजों से ज्ञात होता की शक्तिशाली तथा पैसे वाले लोग कैसे अपने धन को छुपाने के लिए टैक्स चोरी करते हैं और ऐसे उपाय करते हैं जिससे वह कम से कम टैक्स दे सकें। विश्व में सर्वाधिक गोपनीयता से काम करने वाली कंपनियों में से एक पनामा की मोसैक फोंसेका कंपनी के 1 करोड़ 10 लाख दस्तावेज लीक हुए हैं । 3 अप्रैल 2016 को जर्मनी के समाचार पत्र suddeutsche zeitung द्वारा दस्तावेज पर खबर छपी एक रिपोर्ट के बाद पनामा लिक्स की खबर सामने आई । इस खबर में बताया गया कि विश्व के सबसे गोपनीय ऑफ शोर लॉ फर्म में से मोसैक फोंसेका
पनामा पेपर (पनामा लिक्स) काले धन को सफेद करने और टैक्स चोरी करने में अपने ग्राहकों की मदद कर रही है।
क्या है मामला
पनामा पेपर (पनामा लिक्स) की सूचना म्यूनिख के दैनिक समाचार पत्र ‘जूटडायच ट्सायटुंग’ को मिली एक वर्ष से अधिक समय से पहले एक अज्ञात स्रोत ने उनसे संपर्क किया और उन्हे मोसैक फोंसेका जो विश्व की अनगिनत ऑफ शोर कंपनियों को बेचने तथा खरीदने का काम करती है।के दस्तावेज दिए ।
पनामा पेपर जूटडायच ट्सायटुंग ने वाशिंगटन में स्थापित खोजी पत्रकारों के अंतर्राष्ट्रीय महासंघ और दूसरे अन्य अंतर्राष्ट्रीय समाचार आउटलेट्स के साथ दस्तावेज साझा किए कुल मिलाकर 78 देशों के BBC पैनोरमा और द गार्डियन जैसे लगभग 107 मीडिया संस्थानों ने इन दस्तावेजों की जांच की ।
पनामा पेपर्स में 11.5 मिलियन दस्तावेज का सेट है जो अब तक इतिहास का सबसे बडा खुलासा कहलाया इस दस्तावेजों में मोसैक फोंसेका ने सूचीबद्ध 214000 से ज्यादा ऑफ शोर कंपनियां और कंपनियों के निदेशकों से संबंधित जानकारी है। इन दस्तावेजों में 12 देशों के 143 राजनेताओं के नाम भी हैं। मोसैक फोंसेका एंड कंपनी पनामा पेपर की एक लॉ फर्म जो कारपोरेट सेवा प्रदान करती है विश्व में 40 से ज्यादा इसके कार्यालय हैं| पनामा लिक्स की मोसैक फोंसेका की स्थापना 1977 में हुई थी यह कंपनी कानूनी एवं विश्वास सेवाएं प्रदान करती हैं पनामा लीक्स में मिस्र के पूर्व तानाशाह होस्नी मुबारक, पुतिन रूसी राष्ट्रपति, शी जिनपिंग चीनी राष्ट्रपति, नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद सहित अनेक फेमस हस्तियों के नाम हैं|
पनामा पेपर इन दस्तावेजों में भारत के कुल 500 नामों का खुलासा पनामा पेपर्स में हुआ है| पनामा पेपर जिसमें दिग्गज अभिनेता उद्योगपति राजनेता शामिल है| कोई व्यक्ति पैसा कमा कर उसको टैक्स भरकर विदेश में किसी भी बैंक में जमा करता है तो वह गलत नहीं है लेकिन बिना टैक्स चुकाए पैसा जमा करना गलत है| दुनिया में कई देश टैक्स हैवन के नाम से जाने जाते हैं सबसे ज्यादा भारतीयों के खाते बहामास तथा ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में है इस खुलासे के बाद कई देशों की पुलिस तथा टैक्स प्राधिकरणों ने जांच शुरु की| पनामा पेपर इस जांच में एच एस बी सी, यू बी एस, ड्यूश बैंक निशाने पर हैं|
पनामा लिक्स वर्तमान समय में विश्व में कई देश गरीबी भुखमरी से जूझ रहे हैं| वहीं कई अमीर लोग काला धन एकत्र कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं टैक्स चोरी में अमीर और अमीर होता जाता है तथा गरीब और गरीब होता जाता है इस प्रकरण का सबसे बड़ा पहलू यह है कि पनामा लीक्स की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।